बांस बल्लियों के सहारे बैसाखी की भांति चल रही विद्युत व्यवस्था

फतेहपुर किशनपुर
बांस बल्लियों के सहारे बैसाखी की भांति चल रही विद्युत व्यवस्था
फतेहपुर से अभय सिंह की रिपोर्ट
ग्रामीणों के ऊपर मंडरा रहा मौत का खतरा
बीते वर्ष से टूटा पड़ा है बिजली का पोल
जिम्मेदार बन रहे है अनजान
किशनपुर/फतेहपुर उत्तर प्रदेश सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद भी विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाहियों के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्थाएं बांस वलियों के सहारे बैसाखी की भांति नजर आ रही हैं । जिससे ग्रामीणों के ऊपर आए दिन मौत का खतरा मंडराता रहता है। कुछ ऐसा ही मामला किशनपुर थाना क्षेत्र के मंडोली गांव का है।
जानकारी के मुताबिक बता दे कि किशनपुर पावर हाउस से मंडौली गांव में लगी बिजली के पोल सरकार की पोल खोलती नजर आ रहे हैं बता दें कि मडौली गांव में प्राथमिक विद्यालय के पास एलटी लाइन पर लगा बिजली का पोल बीते वर्ष करीब 6 माह पहले टूट गया था और इसे ग्रामीणों की मदद से बांस बल्ली के सहारे किसी प्रकार से एलटी लाइन को सलामत रखने के लिए लगा दिया गया था।
लेकिन 6 महीने बीत जाने के बाद भी वह बांस उसी जगह पर लगा है ।और एलटी लाइन की तार जमीन को चूमती नजर आ रही है जिससे किसी भी दिन यह तार किसी जानवर या इंसान को अपना निशाना बना सकती है ।वही ग्रामीणों ने बताया कि पिछले साल विद्युत विभाग द्वारा पूरे गांव एलटी लाइन लगवाई गई थी जिसके कुछ दिन बाद ही एलटी लाइन पर लगा बिजली का पोल टूटकर धराशाई हो गया था। जिसकी तार जमीन पर पडी थी जिसे ग्रामीणो ने एलटी लाइन को बरकरार रखने के लिए बांस लगा दिया था ।और आज भी वह एलटी लाइन पर पोल की जगह बांस लगा नजर आ रहा है, ।और विद्युत विभाग के कर्मचारी गहरी नींद में सो रहे हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी विद्युत विभाग किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है। वही खबर अखबार में प्रकाशित खबर को लेकर उच्च अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान ले बिजली के पोल को उसी स्थान पर पहुंचा दिया लेकिन आज 3 माह बीत जाने के बाद भी बिजली का पोल निंद्रासन में पड़ा हुआ है।
मंडौली गांव में टूटे हुए बिजली के पोल को लेकर जब विद्युत विभाग के सब डिवीजन अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं था और अब अधिकारियो को भेज बॉस को हटाकर पोल वहा पर लगाया जाएगा ।
अभय सिंह
फतेहपुर