जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम की अध्यक्षता में वर्ष 2022 बाढ़/ अतिवृष्टि की जनपद स्तर पर आपदा न्यूनीकरण एवं राहत बचाव कार्य संबंधित बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम की अध्यक्षता में वर्ष 2022 बाढ़/ अतिवृष्टि की जनपद स्तर पर आपदा न्यूनीकरण एवं राहत बचाव कार्य संबंधित बैठक आयोजित की गई।
उक्त बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। विदित है कि बाढ़ की दृष्टि से अति संवेदनशील जनपद कुशीनगर में नारायणी, बड़ी गंडक, छोटी गंडक व बासी नदियां के माध्यम से जनपद के 02 तहसील और 16 ग्राम वर्ष 2021 में बाढ़ से प्रभावित हुए थे।
इस क्रम में जिलाधिकारी महोदय के निर्देश के क्रम में बाढ़ /अतिवृष्टि से जलभराव के समाधान हेतु जल निकासी वाले चैनलों की सफाई का निर्देश दिया गया। जनपद में बाढ़ चौकी, बाढ़ शरणालय, नाव नाविक इत्यादि के संदर्भ में बैठक में चर्चा हुई। बचाव कार्य और राहत कार्यों के संदर्भ में भी जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिए। बाढ़ के दृष्टिगत बाढ़ नियंत्रण कक्ष की क्रियाशीलता, जर्जर तटबंध की मरम्मत, बाढ़ सुरक्षा समिति, दैनिक नदियों के जलस्तर की नियमित सूचना आदि की समीक्षा आज के बैठक में की गई।
इस क्रम में बाढ़ के समय बचाव और राहत कार्य के दृष्टिगत स्थापित किए जाने वाले बाढ़ चौकी राहत केंद्र की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने बाढ़ बचाव में चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, पशुपालन विभाग, नलकूप विभाग, पंचायती राज विभाग व विभिन्न नगर निकाय, कृषि विभाग की भूमिका के बारे में चर्चा की।
इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा, उप जिलाधिकारी पडरौना महात्मा सिंह, उप जिलाधिकारी तमकुही राज व्यास नारायण, एक्सईएन जल , एक्सईएन बाढ़ खंड, आपदा विशेषज्ञ रवि राय व संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।