स्वामी विवेकानंद जी युवावों के प्रेरणा श्रोत थे – हरेंद्र

स्वामी विवेकानंद जी युवावों के प्रेरणा श्रोत थे – हरेंद्र
स्वामी विवेकानंद जी के पद चिन्हो पर चलकर इस देश के युवा अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं- एडवोकेट राजेश यादव
तमकुहीराज- अनेक युवाओं के लिये प्रेरणा स्रोत है स्वामी विवेकानंद जी उनकी शिक्षा में सर्वोपरी शिक्षा है । उन्ही का दिया नारा उठो जागो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए । इसीलिए उनका जन्मदिन राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। उक्त बातें मदर टेरेसा चिल्ड्रेन स्कूल में आयोजित स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष हरेंद्र जायसवाल ने कहा एवं जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम के आयोजक एडवोकेट राजेश कुमार यादव ने कहा स्वामी विवेकानंद जैसे महान विभूति के जन्म से भारत माता भी गौरवान्वित हुईं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ब्लाॅक प्रमुख सेवरही डॉ. उदयनारायान गुप्ता ने कार्यक्रम में शामिल बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्गो को संबोधित करते हुए बताया कि भारतीय संस्कृति को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने वाले महापुरुष स्वामी विवेकानंद को युगों युगों तक याद किया जाएगा। बताते चलें स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। 1893 में वह शिकागो आयोजित विश्व धर्म परिषद में भारत के तरफ से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। 39 वर्ष की उम्र में ही वे दुनिया छोड़ गए थे। बेलूर में गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया था। कार्यक्रम में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष महेश यादव, सुरेश यादव, जेपी गुप्ता, रविन्द्र यादव, डॉ परवेज आलम, बबलू सिंह, रमेश गुप्ता के साथ साथ सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में कार्यक्रम के आयोजक एवं स्कूल के प्रबंधक राजेश यादव ने सभी का आभार व्यक्त किया।