जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।

जिलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई।
उक्त बैठक में अमृत सरोवर, पंचायत भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, सामुदायिक शौचालय, विद्यालयों का कायाकल्प, नदियों के जीर्णोद्धार, जल निकासी आदि के संदर्भ में समीक्षा की गई।
धर्मेन्द्र कुमार कन्नौजिया
कुशीनगर अमृत सरोवर के संदर्भ में जिलाधिकारी ने जनपद में नियोजित श्रमिक, पंजीकृत श्रमिक व सक्रिय श्रमिकों की जानकारी ली तथा जनपद में पूर्ण हो चुके व निर्माणाधीन अमृत सरोवर की संख्या आदि के बारे में सभी खण्ड विकास अधिकारियों से रिपोर्ट लिया। अमृत सरोवर के कार्य में धीमी प्रगति हेतु जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी दुदही को स्पष्टीकरण दिए जाने के निर्देश दिए। इस संदर्भ में सभी खंड विकास अधिकारियों को साप्ताहिक लक्ष्य तय करने हेतु निर्देशित किया गया तथा सभी उप जिलाधिकारीगणों को इस संदर्भ में टीम बनाकर ग्रामीण स्तर पर तालाबों पर अवैध अतिक्रमण समाप्त करवाने हेतु निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि हर ग्राम पंचायत में खेल के मैदान भी होने चाहिए। इस संदर्भ में चिन्हित ग्राम पंचायतों की सूची तैयार किये जाने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायत भवनों में पुस्तकालय की व प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो। पंचायत भवन के संदर्भ में भूमि संबंधित विवाद का निस्तारण करें व सभी पंचायत भवन चालू अवस्था में होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने गांव में प्रकाश व्यवस्था हेतु स्ट्रीट लाइट के संदर्भ में संबंधित खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए बताया कि गांव में सुरक्षा के लिए प्रकाश व्यवस्था बहुत जरूरी है।
सभी खंड विकास अधिकारियों को जिलाधिकारी ने घर-घर कूड़े के एकत्रीकरण करवाये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि संबंधित ग्राम सचिव, ग्राम प्रधानों के साथ बैठक करके मजदूर रखें व गांव से कचरे का एकत्रीकरण कराया जाए । गांव में कहीं भी कचरा ना दिखे। इस सन्दर्भ में मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त कार्य का निरीक्षण करें।
अपर जिला पंचायत अधिकारी से सामुदायिक शौचालय के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी सामुदायिक शौचालय पर ताला ना दिखे। जहां सामुदायिक शौचालय का इस्तेमाल नहीं होता है या संबंधित समूह कार्य नहीं करता है/ समय से सामुदायिक शौचालय नहीं खुलता है तो संबंधित समूह का ठेका रद्द किया जाए।
ऑपरेशन कायाकल्प के संदर्भ में कम प्रगति वाले खंड शिक्षा अधिकारियों से डी एम ने उसका कारण जाना। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित खंड विकास अधिकारी को कहा कि विद्यालयों में टाइल्स लगे हैं किंतु फर्नीचर नहीं है तो इस संदर्भ में सभी विद्यालयों में फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित हो। विद्यालयों के जर्जर भवन व बाउंड्री वॉल के संदर्भ में जिलाधिकारी ने डीसी मनरेगा राकेश कुमार को निर्देशित किया। दिव्यांग छात्र/छात्राओं हेतु शौचालय बनाए जाने के लिए भी जिलाधिकारी ने कहा।
कई जगह निर्माणाधीन आंगनवाड़ी केंद्र व कई ग्राम पंचायतों में आंगनवाड़ी केंद्र नहीं होने की शिकायत आने पर जिलाधिकारी ने कहा कि मनरेगा के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया जाए। जिन ग्राम पंचायतों में आंगनवाड़ी केंद्रों की ज्यादा जरूरत है उसकी सूची बनाकर रिपोर्ट दें।
पर्यटन को विकसित करने हेतु संबंधित खंड विकास अधिकारी को कहा गया कि विकास खंडों में अवस्थित ग्राम पंचायतों में ऐतिहासिक स्थलों को विकसित करें।
जिलाधिकारी ने नगर पालिका और नगर पंचायतों में महत्वपूर्ण नदियों के जीर्णोद्धार (बांसी, हिरण्यावती) हेतु भी निर्देश दिए। इस हेतु उपायुक्त मनरेगा को एक प्रोजेक्ट बनाने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों से मनरेगा श्रमिक लिए जाएं तथा बाढ़ खण्ड के समन्वय से इस कार्य को किया जाए।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय पर्यटन के विकास हेतु पौराणिक स्थल की सूची बनाने को कहा व उन क्षेत्रों के विकास हेतु जरूरी आधारभूत चीजों की सूची बनाने को भी निर्देशित किया।
जनपद कुशीनगर में पूर्व सैनिकों की संख्या 10000 से ज्यादा होने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि विभिन्न ग्राम पंचायतों में शहीद पार्क बनाये जाएं।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी देवी दयाल वर्मा, समस्त उपजिलाधिकारीगण, उपायुक्त मनरेगा राकेश कुमार, परियोजना निदेशक जगदीश त्रिपाठी व समस्त खंड विकास अधिकारी तथा जनपद स्तरीय अधिकारीगणों की मौजूदगी रही।